भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को विश्व स्वास्थ्य संगठन की एमपावर रणनीति के तहत तंबाकू छोड़ने में मदद करने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए प्रतिष्ठित ब्लूमबर्ग फिलान्थ्रपीज ग्लोबल टोबैको कंट्रोल अवॉर्ड के ‘ओ’ श्रेणी में सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार आयरलैंड के डबलिन में आयोजित विश्व तंबाकू नियंत्रण सम्मेलन में माइकल आर. ब्लूमबर्ग द्वारा दिया गया. ओ श्रेणी में पुरस्कार तंबाकू छोड़ने में मदद देने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए मिलता है.
भारत ने करोड़ों तंबाकू उपयोगकर्ताओं को यह लत छोड़ने में मदद के लिए कारगर कदम उठाए हैं. भारत के साथ-साथ मॉरीशस, मेक्सिको, मोंटेनेग्रो, फिलीपींस और यूक्रेन की सरकारों और एनजीओ को भी तंबाकू उपयोग रोकने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार के साहसी नेतृत्व और नीतियों को रेखांकित करता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रॉस अधनोम घेब्रेयेसस ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज सम्मानित की गई उपलब्धियाँ दर्शाती हैं कि जब सरकारें और नागरिक समाज मिलकर स्वास्थ्य की रक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाते हैं तो क्या कुछ संभव है. इन देशों ने न केवल शानदार तंबाकू-नियंत्रण उपायों को अपनाया है बल्कि कठिन परिस्थितियों और इंडस्ट्री के हस्तक्षेप के प्रयासों बावजूद ऐसा किया है. पुरस्कार प्रदान करने वाले ब्लूमबर्ग फिलान्थ्रपीज के संस्थापक माइकल आर. ब्लूमबर्ग ने कहा कि वैश्विक तंबाकू नियंत्रण आंदोलन ने करोड़ों लोगों की जान बचाई है और इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य के सबसे सफल प्रयासों में से एक बनाया है.
माइकल आर. ब्लूमबर्ग भारत की उपलब्धियाँ राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटसीपी) के तहत की गई व्यापक पहलों को दर्शाती हैं. 675 से अधिक तंबाकू-मुक्ति केंद्र जिला अस्पतालों में स्थापित किए गए हैं, जहां 2023-24 में 13.5 लाख परामर्श सत्र आयोजित हुए. 2016 में शुरू हुई नेशनल टोबैको क्विट लाइन सर्विस (एनटीक्यूएलएस) 16 भारतीय भाषाओं में सेवाएं देती है, जिसमें लगभग 100 परामर्शदाता हर माह 42,000 कॉल को अटेंड करते हैं. तंबाकू उत्पादों पर क्विट टुडे कॉल 1800-11-2356 लिखना अनिवार्य किया गया है, जिससे कॉल की संख्या 30% बढ़ गई है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज इन इंडिया (निमहंस) की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने कहा कि एनटीसीपी के माध्यम से भारत लगातार लोगों को तंबाकू छोड़ने में मदद कर रहा है.
तंबाकू-मुक्ति क्लीनिक, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में स्क्रीनिंग व मदद, एमसेसेशन और क्विटलाइंस स्थापित करना इसके उदाहरण हैं. भारत ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध (पीईसीए 2019), ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर एंटी-टोबैको चेतावनी दिखाने का नियम बनाने जैसे नए उपायों को लागू कर एक वैश्विक मानक स्थापित किया है, जो युवाओं को सुरक्षित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं. अन्य पुरस्कार विजेताओं में मॉरीशस (प्लेन पैकेजिंग), मेक्सिको (विज्ञापन पर प्रतिबंध), मोंटेनेग्रो (टैक्स वृद्धि), फिलीपींस (सर्विलांस भागीदारी), और यूक्रेन (धूम्रपान मुक्त नीति) शामिल हैं. समारोह के दौरान, माइकल ब्लूमबर्ग ने निम्न और मध्यम आय वाले देशों में तंबाकू नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए 20 मिलियन डॉलर की नई पहल की घोषणा की जो भारत के एनटीसीपी प्रयासों को भी मजबूती प्रदान करेगी. ब्लूमबर्ग इनिशिएटिव के प्रयासों से अब तक 35.2 मिलियन जानें बचाई गई हैं और 2012 से सिगरेट बिक्री में 820 बिलियन की गिरावट आई है.